Geetha Govindam Review - Tech Reviuw

by - September 14, 2020


Geetha Govindam Review - Tech Reviuw

नमस्कार मित्रो,
आज के फिल्मी रिव्यु में बात करेंगे तेलगु रोमांटिक फ़िल्म "Geetha Govindam" के बारे में.साल 2018 में आयी इस फ़िल्म में काम किया है "विजय","रश्मिका मंदना" और "सुब्बा राजू" ने और ये फ़िल्म दो प्रेमियों की नफरत और फिर प्यार की कहानी को दिखाती है.
फ़िल्म की कहानी है एक कॉलेज में लेक्चरर "विजय" की जिसका बचपन से सपना है कि उसकी होने वाली पत्नी उससे बेहद प्यार करे और बहुत संस्कारी हो.एक दिन मंदिर में उसे "गीता" दिखाई देती है और उसको देखते ही "विजय" उससे प्यार करने लगता है.बस में जाते हुए "विजय" की मुलाक़ात संयोग से "गीता" से दोबारा होती है और दोनों के बीच अच्छी दोस्ती की शुरुआत होने लगती है लेकिन अनजाने में हुई एक गलती की वजह से "गीता" उससे नफरत करने लगती है और उसकी शिकायत अपने भाई "फणीन्द्र" से कर देती है.इससे पहले कि "फणीन्द्र" उसको पकड़ पाए, "विजय" वहा से भागकर अपने घर पहुँच जाता है जहा उसकी बहन की मँगनी की तैयारी हो रही होती है.बस में हुई गलती को भूलने की कोशिश करते "विजय" का सामना ज़ब अपने जीजा से होता है तब जीजा की बहन "गीता" को देखकर उसके होश उड़ जाते है.असल में उसकी बहन का रिश्ता "फणीन्द्र" से ही तय हुआ होता है."गीता" उसके परिवार की इज़्ज़त बचाने के लिए उसका नाम तो नहीं लेती लेकिन "गीता" के सामने खुद को शर्मिंदा महसूस करता "विजय" उससे नज़रें नहीं मिला पाता.फिर क्या हुआ?क्या "विजय" के बारे में जानकर "फणीन्द्र" उसकी बहन से शादी कर पाया?क्या "गीता"  उसको माफ़ कर पायी?"विजय" से कौन सी गलती हुई थी जिसकी वजह से "गीता" उससे नफरत करने लगी थी?ये सब जानने के लिए आपको ये शानदार फ़िल्म देखनी होंगी.
कहानी की बात करें तो बहुत बढ़िया कहानी लिखी गयी है."विजय" और "गीता" के बीच की नोकझोंक लोगो को पसंद आएगी.हलकी फुलकी कॉमेडी के साथ इमोशन का तड़का भी अच्छे से डाला गया है.एक्टिंग की बात करें तो "विजय" के रोल में अभिनेता "विजय" बहुत बढ़िया लगे है जिनका भोलापन किसी का भी दिल जीत लेता है.वही "गीता" के रोल में "रश्मिका" बेहद खूबसूरत लग रही है जो पूरी फ़िल्म में शुरू से अंत तक छायी रहती है.बाकि कलाकारो में "सुब्बाराजू" एक भाई के रोल में फिट दिखाई देते है जो अपनी बहन के साथ बदतमीज़ी करने वाले लडके को सजा देना चाहता है.कुल मिलाकर फ़िल्म बेहद अच्छी है और जरूर देखनी चाहिए.
बेस्ट सीन-शादी की शॉपिंग के लिए "गीता" को बाइक से ले जाने आये "विजय" का ध्यान साड़ी में बेहद खूबसूरत दिखाई देती गीता पर पड़ता है और देखता रह जाता है लेकिन "गीता" उसकी चोर निगाहो को देख लेती है और उसके पास आती है.तब घबराहट में "विजय" पैडल मारकर जल्दी बाइक स्टार्ट करने की कोशिश करता है लेकिन भूल जाता है कि बिना चाभी घुमाये वो स्टार्ट नहीं होंगी.तब "गीता" गुस्से में उसको देखते हुए बाइक की चाभी घुमाती है और बाइक स्टार्ट हो जाती है.
क्यों देखें-अगर बढ़िया रोमांटिक कॉमेडी देखने का मन बन रहे हो.
क्यों ना देखें-अगर साउथ की फिल्में देखने में खासी दिलचस्पी ना रखते हो.
रेटिंग-8.5/10

You May Also Like

0 comments

Please do not enter any spam link in the comment box.